Copy paste फेसबुक सेवा                   सत साहेब                                दादू का अंग               हैरान का अंग                जरना का अंग           पतीव्रता का अंग       सुमिरन का अंग      गुरुदेव का अंग      सबही दोहे                  Ch 1    Click me                              जिन मोको निज नाम दिया , सोइ सतगुरु हमार... दादू दूसरा कोई नहीं , कबीर सृजन हार...1  दादू नाम कबीर कि , जे कोई लेवे ओट.... उनको कबहु लागे नहीं , काल वज्र कि चोट.. 2  दादू नाम कबीर का , सुनकर काँपे काल... नाम भरोसे जो नर चले , होवें न बांका बाल... 3  जो जो शरण कबीर के  , तर गए अनंत अपार... दादू गुण किता कहे , कहत ना आवे पार... 4  कबीर करता आप है , दूजा नाहीं कोई... दादू पुराण जगत को , भक्ति दृधावन सोइ... 5  ठेका पुराण होवें जब , सब कोई तजे शरीर... दादू काल गँजे नहीं , जापे जो नाम कबीर.... 6  आदमी कि आयु घटे , तब यम घेरे आये... सुमिरन किया कबीर का , दादू लिया बचाय.. 7  मेट दिया अपराध सब , आय मिले छनमाह.. दादू संग ले चले , कबीर चरण कि छाँह.. 8  सेवक देव निज चरण का , दादू अपना जान.. भृंगी सत्...

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